वन परिक्षेत्र अधिकारी सुस्त रवैया जंगलों में अवैध वृक्ष की कटाई अनवरत जारी

 

जिला मनेंद्रगढ़ के अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र चिरमिरी के कई क्षेत्र में सागौन के नर्सरी में अवैध तरीके से वृक्षों की कटाई चरम सीमा पर चल रही है वही चिरमिरी वन परिक्षेत्र अधिकारी कुंभकरण निद्रा में सो रहे हैं यदि जल्द ही इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो वह दिन दूर नहीं कि प्लांटेशन के नाम पर लगाए गए लगाए सागौन वृक्ष गायब होकर मैदानी क्षेत्र दिखने लगेगा  पाठकों कि जानकारी हेतु बता दें कि जिला मनेंद्रगढ़ के अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र चिरमिरी के ग्रामीण क्षेत्रों के सागौन नर्सरी में सैकड़ों वृक्षों को धड़ल्ले से काटा जा रहा है वही वन परिक्षेत्र अधिकारी क्षेत्र में चल रहे अवैध वृक्षों की कटाई को रोकथाम लगा पाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं

सूत्रों के हवाले से पता चला है कि अभी कुछ दिन पहले ही एक पिकअप गाड़ी में 30 से 40 सागौन के वृक्ष को वन विभाग अमला ने पकड़ा है इससे साफ जाहिर होता है कि वन परिक्षेत्र चिरमिरी के अधिकतर सागौन प्लांटेशन में वृक्षों की कटाई चरम सीमा पर चल रही है वही जब इस संदर्भ में वन परिक्षेत्र अधिकारी चिरमिरी से फोन अथवा मीडिया बाइट लेना चाहा जाता है तो कोई जवाब नहीं देते हैं और यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लेते हैं की बाइट देने का अधिकार हमारे वरिष्ठ अधिकारियों को है कुल मिलाकर क्षेत्र में चल रहे अवैध वृक्षों की कटाई की रोकथाम लगा पाने में पूरी तरह से नाकाम वन परिक्षेत्र अधिकारी मीडिया के सवालों से भी बचते नजर आते हैं अब देखने वाली बात होगी कि यदि वन विभाग के उच्च अधिकारी जल्द इस पर संज्ञान नहीं लिए तो आने वाले समय में चिरमिरी वन परिक्षेत्र के कई हिस्सों से कीमती सागौन के वृक्ष गायब हो चुके रहेंगे।